chronology2017
Published: Feb 22 | Updated: Feb 22

  • विद्युत मंत्रालय के अधीन महारत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम और अग्रणी एनबीएफसी- आरईसी लिमिटेड को आईआईटी मद्रास कॉरपोरेट सामाजिक जवाबदेही सम्मेलन- ‘भारत का निर्माण 2047: बेहतर कल के लिए प्रौद्योगिकी’ के दौरान ‘अभिनव प्रौद्योगिकी विकास पुरस्कार’ से 19 फरवरी, 2024 को सम्मानित किया गया है।
  • यह पुरस्कार आईआईटी- मद्रास में 2 मेगावाट रूफटॉप सौर संयंत्र की स्थापना को लेकर आरईसी की सीएसआर पहल के लिए प्रदान किया गया है।
  • यह सौर संयंत्र हर साल लगभग 31.5 लाख यूनिट स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करता है, जिससे आईआईटी मद्रास को अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सहायता मिलती है।
  • आरईसी लिमिटेड को इससे पहले वर्ष 2023 में ग्लोबल सीएसआर लीडरशिप अवार्ड्स और सीएसआर के लिए पीएसई उत्कृष्टता पुरस्कार मिल चुके हैं।

आरईसी के बारे में

  • आरईसी विद्युत मंत्रालय के तहत महारत्न केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का एक उद्यम है।
  • यह आरबीआई के अधीन गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) और अवसंरचना वित्तपोषण कंपनी (आईएफसी) के रूप में पंजीकृत है।
  • आरईसी उत्पादन, पारेषण (ट्रांसमिशन), वितरण, नवीकरणीय ऊर्जा और नई प्रौद्योगिकियों सहित संपूर्ण विद्युत-बुनियादी ढांचा क्षेत्र का वित्तपोषण कर रहा है।
  • नई प्रौद्योगिकियों में इले्ट्रिरक वाहन, बैटरी भंडारण, पंप भंडारण परियोजनाएं, हरित हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया परियोजनाएं शामिल हैं।
  • आरईसी ने हाल ही में गैर-विद्युत अवसंरचना क्षेत्र में भी अपने कदम रखे हैं। इनमें सड़क और एक्सप्रेसवे, मेट्रो रेल, हवाईअड्डा, आईटी संचार, सामाजिक और व्यावसायिक अवसंरचना (शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल), पत्तन और इस्पात व तेल शोधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में इलेक्ट्रो-मैकेनिक (ईएंडएम) कार्य शामिल हैं।