chronology2017
Published: Feb 22 | Updated: Feb 22

  • चुरू, सीकर, झुंझुनू और राजस्थान के अन्य जिलों के क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति और अन्य आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने के लिए यमुना जल की आपूर्ति हेतु राजस्थान और हरियाणा सरकार के मध्य को समझौता हो गया है।
  • इस समझौते पर हस्ताक्षर केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के बीच 17 फरवरी, 2024 को सम्पन्न वार्ता के बाद किए गए।

समझौते के प्रमुख बिन्दु

  • चूरू, सीकर, झुंझुनू और राजस्थान के अन्य जिलों के लिए पेयजल आपूर्ति और अन्य आवश्यकताओं के लिए जुलाई से अक्टूबर के दौरान 577 एमसीएम तक भूमिगत पाइपलाइनों के माध्यम से पानी के हस्तांतरण के लिए राजस्थान और हरियाणा सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर उसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
  • परियोजना के चरण-1 के अंतर्गत हथिनीकुंड में दिल्ली के हिस्से सहित हरियाणा द्वारा पश्चिमी यमुना नहर की पूरी क्षमता (24,000 क्यूसेक) के उपयोग के बाद, दोनों राज्य चार महीने की अवधि के भीतर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को तैयार करने और अंतिम रूप देने में पूरा सहयोग देंगे।
  • इस बारे में केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी)/ऊपरी यमुना नदी बोर्ड (UYRB) जहांँ भी आवश्यक होगा तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे।
  • ऊपरी यमुना बेसिन में तीन पहचाने गए भण्डारों यथा रेणुकाजी, लखवार और किशाऊ के निर्माण के बाद, शेष अवधि के दौरान हथनी कुंड में राजस्थान के सम्बन्धित हिस्से को पीने के पानी और सिंचाई के उद्देश्य से उसी प्रणाली के माध्यम से जहाँ तक ​​सम्भव हो, पहुँचाया जाएगा।