chronology2017
Published: May 8 | Updated: May 8

  • पूर्वोत्तर भारत का पहला भूतापीय उत्पादन कुआं (Geothermal Production Well) अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग जिले के दिरांग में सफलतापूर्वक खोदा गया है।
  • यह कार्य पृथ्वी विज्ञान एवं हिमालय अध्ययन केंद्र (CESHS) द्वारा मई 2025 में किया गया।
  • यह उपलब्धि पश्चिमी अरुणाचल प्रदेश में गर्म झरनों के दो साल के गहन भू-रासायनिक और संरचनात्मक सर्वेक्षण के बाद मिली है।
  • अंतर्राष्ट्रीय सहयोग : इस पहल को नॉर्वेजियन जियोटेक्निकल इंस्टीट्यूट (NGI), और ओस्लो, आइसलैंड स्थित भूतापीय फर्म जियोट्रॉपी ईएचएफ का अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग व समर्थन प्राप्त है।
  • लाभ : एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने पर, यह भू-तापीय प्रणाली फल, मेवा और मांस सुखाने, स्थान को गर्म करने और नियंत्रित-वायुमंडल भंडारण प्रणालियों सहित पर्यावरण-अनुकूल समाधानों की एक श्रृंखला को शक्ति प्रदान करेगी।