Rajkumar
Published: Sep 23 | Updated: Sep 24

केन्द्र सरकार ने पंजाब में लंबे समय से प्रतीक्षित राजपुरा-मोहाली नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी है। इससे पंजाब के लोगों की 50 साल से भी पुरानी मांग पूरी हो गई है।

  • केन्द्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेल एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने इसकी घोषणा 23 सितम्बर, 2025 को की।
  • इस 18 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन पर 443 करोड़ रुपये खर्च होंगे और यह मालवा क्षेत्र को राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से सीधे जोड़ेगी।

नई लाइन के प्रमुख लाभ

  • सीधा संपर्क: पहले, लुधियाना से चंडीगढ़ पहुँचने के लिए ट्रेनों को अंबाला होकर जाना पड़ता था, जिससे दूरी अतिरिक्त लगती थी और समय भी बढ़ जाता था। अब राजपुरा और मोहाली के बीच सीधा संपर्क होगा, जिससे यात्रा की दूरी करीब 66 किलोमीटर कम हो जाएगी।
  • मालवा क्षेत्र के सभी 13 जिले अब चंडीगढ़ से अच्छी तरह जुड़ पाएँगे। इससे मौजूदा राजपुरा-अंबाला मार्ग पर यातायात आसान होगा और अंबाला-मोरिंडा लिंक छोटा हो जाएगा।

आर्थिक प्रभाव

  • इस परियोजना से कपड़ा, विनिर्माण और कृषि सहित कई उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। यह पंजाब के कृषि क्षेत्र को प्रमुख वाणिज्यिक केंद्रों और बंदरगाहों से जोड़ने वाला एक व्यापक नेटवर्क तैयार करेगी, जिससे निम्नलिखित सुविधाएँ प्राप्त होंगी:
    • कृषि उपज की तेज आवाजाही
    • उद्योगों के लिए परिवहन लागत में कमी, जैसे राजपुरा थर्मल पावर प्लांट
    • धार्मिक स्थलों पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर संपर्क और पर्यटन की संभावनाओं में बढ़ोत्तरी
    • गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब, शेख अहमद अल-फारुकी अल-सरहिंदी की दरगाह, हवेली टोडरमल, संघोल संग्रहालय आदि से संपर्क।