chronology2017
Published: Jun 4 | Updated: Jun 4

  • ध्रुवीय और महासागरीय अनुसंधान में भारत की क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए भारत अपना पहला ध्रुवीय अनुसंधान पोत (Polar Research Vessel – PRV) तैयार करेगा।
  • इसके लिए कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) और नॉर्वे स्थित कोंग्सबर्ग (Kongsberg Oslo) ने ओस्लो में 3 जून, 2025 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
  • इस एमओयू के तहत भारत अपने पहले ध्रुवीय अनुसंधान पोत का निर्माण कोलकाता में करेगा।
    • इसका निर्माण जीआरएसई के शिपयार्ड में होगा।
  • यह पोत भारत के नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन रिसर्च (NCOPR) की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जाएगा।
  • यह पोत अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित होगा, जिससे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का अध्ययन, महासागरों की गहराई में अनुसंधान और पृथ्वी के अतीत, वर्तमान और भविष्य की जानकारी जुटाई जा सकेगी।