Lok Chand Gupta
Published: Oct 7 | Updated: Oct 7

  • गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) लिमिटेड द्वारा निर्मित आईएनएस एंड्रोथ (INS Androth) को नौसेना में कमीशन किया गया है। यह एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वॉटर क्राफ्ट (ASW SWC) श्रृंखला में दूसरा पोत है।
  • इस पोत को 06 अक्टूबर 2025 को विशाखापत्तनम (Vizag) में नौसेना डॉकयार्ड में एक औपचारिक समारोह में भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर ने की।
  • आईएनएस एंड्रोथ का कमीशन भारतीय नौसेना की पनडुब्बी रोधी क्षमताओं में महत्वपूर्ण वृद्धि करता है और देश के तटीय जल क्षेत्रों में खतरों का मुकाबला करने के लिए नौसेना को मजबूती प्रदान करता है।

निर्माण और स्वदेशीकरण (Construction and Indigenisation)

  • निर्माता: आईएनएस एंड्रोथ का निर्माण गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) लिमिटेड, कोलकाता द्वारा किया गया है।
  • श्रृंखला: यह आठ ASW SWCs की श्रृंखला में दूसरा पोत है जिसका निर्माण GRSE कर रहा है।
  • कुल ऑर्डर: भारतीय नौसेना ने 16 उन्नत एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वॉटर क्राफ्ट्स (ASWSWCs) का ऑर्डर दिया है, जिसमें से आठ (08) GRSE द्वारा और आठ (08) एक अन्य भारतीय शिपयार्ड द्वारा बनाए जाने हैं।
  • स्वदेशी सामग्री: आईएनएस एंड्रोथ में 80 प्रतिशत से अधिक (ओवर 80%) स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया गया है। कुछ स्रोतों के अनुसार, ASW SWCs में लगभग 88 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री है।
  • आत्मनिर्भरता: यह पोत भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भरता’ और ‘मेक इन इंडिया’ दृष्टिकोण के प्रति GRSE की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

नामकरण और प्रतीक चिन्ह (Naming and Symbolism)

  • नामकरण: पोत का नाम लक्षद्वीप द्वीपसमूह में स्थित एंड्रोथ द्वीप के नाम पर रखा गया है, जो भारत के समुद्री क्षेत्र में अपने ऐतिहासिक और रणनीतिक महत्व के लिए जाना जाता है।
  • प्रतीक चिन्ह (Crest):
    • पोत का शिखा (Crest) शंकु घोंघे के खोल (cone snail shell) की विशेषता को दर्शाता है, जो धैर्य, सटीकता और घातकता का प्रतीक है।
  • इसका शुभंकर मकर (Makar) है, जो भगवान वरुण का पौराणिक वाहन है, और यह शक्ति, अनुकूलन क्षमता और संरक्षकता को दर्शाता है, जो इस आधुनिक और सक्षम पनडुब्बी हंटर की भूमिका को प्रतिबिंबित करता है।

पोत की क्षमताएं और विशेषताएँ (Vessel Capabilities and Specifications)

  • प्राथमिक भूमिका: यह विशेष रूप से तटीय और उथले जल क्षेत्रों (coastal and shallow waters) में पनडुब्बी रोधी अभियानों (Anti-Submarine Operations) को अंजाम देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • उप-सतह खतरों का मुकाबला: यह अत्याधुनिक हथियारों, सेंसरों और संचार प्रणालियों से सुसज्जित है, जो इसे उप-सतह खतरों का सटीकता से पता लगाने, ट्रैक करने और बेअसर करने में सक्षम बनाते हैं।
  • विविध मिशन: इसकी क्षमताओं में समुद्री निगरानी (Maritime Surveillance), खोज और बचाव (Search and Rescue), तटीय रक्षा मिशन और निम्न तीव्रता वाले समुद्री संचालन (LIMO) शामिल हैं, जो इसे तटीय परिचालन के लिए एक बहुमुखी मंच बनाता है।
  • पोत की लंबाई 77 मीटर, विस्थापन लगभग 1500 टन, अधिकतम गति 25 नॉट है।
  • नोदन (Propulsion): यह तीन मरीन डीजल इंजनों द्वारा संचालित वाटरजेट प्रोपल्शन सिस्टम का उपयोग करता है, जो इसे अत्यंत फुर्तीला और Manoeuvrable (दाँवपेंच के लिए आसान) बनाता है।

उन्नत उपकरण प्रणाली (Advanced Equipment Systems)

  • आईएनएस एंड्रोथ उन्नत प्रणालियों से लैस है जो इसकी पनडुब्बी रोधी और निगरानी क्षमताओं को बढ़ाते हैं:
    • टाउल्ड एरे सोनार (Towed Array Sonar)
    • हल माउंटेड सोनार (Hull Mounted Sonar)
    • टॉरपीडो ट्यूब्स (Torpedo Tubes)
    • रॉकेट लॉन्चर (Rocket Launchers)
    • टॉरपीडो डेकॉय ट्यूब (Torpedo Decoy Tube)
    • माइन रेल (Mine Rail)
    • ईएलआईएनटी (ELINT) और सीओएमआईएनटी (COMINT) सिस्टम
    • 30 मिमी नेवल सरफेस गन (NSG)