Lok Chand Gupta
Published: Oct 18 | Updated: Oct 18

  • श्रीलंका की प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूर्या ने 16–18 अक्टूबर 2025 के दौरान भारत की आधिकारिक यात्रा की—यह उनके पदभार ग्रहण करने के बाद भारत की पहली यात्रा थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य भारतीय नेताओं से मुलाकात कर शिक्षा, प्रौद्योगिकी, नवाचार, विकास सहयोग और मछुआरों के कल्याण जैसे क्षेत्रों में साझेदारी पर चर्चा की।

प्रमुख बैठकें व एजेंडा (Key Meetings & Agenda)

  • प्रधानमंत्री-स्तरीय वार्ता: 17 अक्टूबर को PM मोदी से मुलाकात; द्विपक्षीय संबंधों को नई गति देने और बहु-आयामी सहयोग को सुदृढ़ करने पर जोर।
  • विषय-वस्तु: विकास सहयोग, शिक्षा-टेक पहलें, कौशल/नवाचार, तथा Palk Bay क्षेत्र में मछुआरों से जुड़े मुद्दे।

संस्थागत विज़िट्स (Institutional Visits)

  • नीति आयोग और आईआईटी दिल्ली का दौरा—शिक्षा, टेक्नोलॉजी और नवाचार-आधारित सहयोग की संभावनाएँ तलाशना।
  • दिल्ली विश्वविद्यालय, हिन्दू कॉलेज—पूर्व छात्रा के रूप में ‘होमकमिंग’; संवाद व संवेधानिक/शैक्षिक विषयों पर बातचीत। (DU द्वारा प्रस्तावित मानद उपाधि इस दौरे में औपचारिक रूप से नहीं दी जा सकी; आगे किसी विशेष दीक्षांत में विचार)।
  • व्यापारिक कार्यक्रम में भागीदारी—भारत-श्रीलंका वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने पर बल।

रणनीतिक महत्त्व (Why This Visit Matters)

  • उच्च-स्तरीय सतत संवाद: यात्रा ने भारत-श्रीलंका के ऐतिहासिक व बहुआयामी संबंधों को आगे बढ़ाने की परंपरा को सुदृढ़ किया।
  • लोग-से-लोग कनेक्ट: हिंदू कॉलेज ‘अलुम्ना’ के रूप में PM अमरसूर्या का जुड़ाव—शिक्षा-कूटनीति और सांस्कृतिक संबंधों के लिए प्रतीकात्मक रूप से महत्त्वपूर्ण।
  • विकास व समुद्री सहयोग: मछुआरों के मुद्दों, कनेक्टिविटी/विकास और कौशल-नवाचार पर आगे की कार्यवाही का अवसर।

परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण (Exam Relevance)

  • तथ्य: पहली भारत यात्रा (अक्टूबर 2025), प्रमुख बैठक—PM मोदी; संस्थागत विज़िट—नीति आयोग, IIT-Delhi, DU-Hindu College।
  • विषय: भारत-श्रीलंका द्विपक्षीय संबंध, Palk Bay fisheries, शिक्षा-टेक सहयोग, क्षेत्रीय कूटनीति (साउथ एशिया)।