- Duration: 11–12 नवम्बर 2025
- Occasion: भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक के 70वें जन्मदिन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में भागीदारी
- Venue: थिम्पू, भूटान
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11–12 नवम्बर 2025 को भूटान की दो दिवसीय राजकीय यात्रा की।
- उन्होंने भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक के 70वें जन्मदिन समारोह में विशिष्ट अतिथि (Guest of Honour) के रूप में भाग लिया।
- इस यात्रा ने भारत–भूटान संबंधों में रणनीतिक गहराई और सांस्कृतिक निकटता को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
द्विपक्षीय बैठकें व प्रमुख चर्चा (Bilateral Engagements)
- प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे (Tshering Tobgay) से मुलाकात की।
- वार्ता में निम्नलिखित क्षेत्रों पर सहयोग पर सहमति बनी—
- ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा (Energy & Renewables)
- प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल कनेक्टिविटी
- क्षमता निर्माण एवं शिक्षा (Capacity Building)
- रक्षा व सुरक्षा सहयोग (Defence & Security Cooperation)
हस्ताक्षरित समझौते (MoUs Exchanged)
- नवीकरणीय ऊर्जा सहयोग (Renewable Energy Collaboration)
- मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ (Mental Health Services)
- सामान्य स्वास्थ्य सेवा एवं चिकित्सा सहयोग (Healthcare Cooperation)
प्रमुख घोषणाएँ (Major Announcements)
- भारत ने भूटान को ₹4,000 करोड़ की रियायती ऋण सुविधा (Concessional Credit Line) देने की घोषणा की—ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण हेतु।
- वाराणसी में भूटानी मंदिर, बौद्ध मठ और अतिथि गृह के निर्माण के लिए भूमि अनुदान की घोषणा।
- Punatsangchhu–I Hydropower Project (1200 MW) के मुख्य बांध पर पुनः कार्य प्रारंभ करने पर सहमति।
- Hatisar (Across Gelephu) में नई आव्रजन जांच चौकी (Immigration Checkpost) स्थापित करने का निर्णय।
उद्घाटन कार्यक्रम (Inaugurations)
- दोनों प्रधानमंत्रियों ने संयुक्त रूप से 1020 मेगावाट Punatsangchhu–II Hydropower Project का उद्घाटन किया।
- परियोजना भारत की तकनीकी व वित्तीय सहायता से पूर्ण हुई।
- यह भूटान के ऊर्जा निर्यात और दक्षिण एशियाई ग्रिड सहयोग को बढ़ावा देगा।
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural & Spiritual Events)
- भूटान नरेश ने PM मोदी की उपस्थिति में चांगलिमेथांग स्टेडियम में दिल्ली ब्लास्ट पीड़ितों के लिए विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की।
- दोनों नेताओं ने ताशिछोद्जोंग के ग्रैंड कुएनरे हॉल में स्थापित भगवान बुद्ध के पवित्र पिपराह अवशेषों (Sacred Piprahwa Relics) के समक्ष प्रार्थना अर्पित की।
- 8–18 नवम्बर 2025: थिम्पू में पिपराह अवशेष प्रदर्शनी आयोजित।
वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव (Global Peace Prayer Festival)
- भूटान नरेश की 70वीं जयंती के अवसर पर Global Peace Prayer Festival का आयोजन हुआ।
- प्रधानमंत्री मोदी ने इस महोत्सव में भाग लिया, जो वैश्विक शांति और खुशहाली के लिए समर्पित था।
- इस दौरान ‘कालचक्र दीक्षा समारोह (Kalachakra Ceremony)’ आयोजित किया गया—
- बौद्ध धर्म का यह अनुष्ठान विश्व की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना का प्रतीक है।
- इसे “बौद्ध धर्म का महाकुंभ” भी कहा जाता है।
परीक्षा हेतु उपयोगी बिंदु (Exam-Relevant Facts)
- यात्रा तिथि: 11–12 नवम्बर 2025
- अवसर: भूटान नरेश जिग्मे खेसर वांगचुक का 70वाँ जन्मदिन
- मुख्य उद्घाटन: Punatsangchhu–II (1020 MW)
- मुख्य निर्णय: Punatsangchhu–I (1200 MW) पर पुनः कार्य प्रारंभ
- आर्थिक सहायता: ₹4,000 करोड़ रियायती ऋण
- MoUs: नवीकरणीय ऊर्जा, मानसिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य सेवा
- सांस्कृतिक आयोजन: कालचक्र दीक्षा, पिपराह अवशेष प्रदर्शनी, वैश्विक शांति प्रार्थना
समाचार से सम्बन्धित प्रश्न
प्रश्न 1: प्रधानमंत्री नरन्द्र मोदी ने किस तिथि को भूटान की दो दिवसीय राजकीय यात्रा की थी?
(A) 10-11 नवम्बर, 2025
(B) 11-12 नवम्बर, 2025
(C) 12-13 नवम्बर, 2025
(D) 13-15 नवम्बर, 2025
प्रश्न 2: भारत सरकार ने ऊर्जा परियोजनाओं का वित्तपोषण करने के लिए भूटान को कितने करोड़ रुपये की रियायती ऋण सुविधा प्रदान करने की घोषणा की??
(A) ₹3,000 करोड़
(B) ₹4,000 करोड़
(C) ₹5,000 करोड़
(D) ₹6,000 करोड़
प्रश्न 3: दोनों देशों के बीच किन क्षेत्रों में तीन समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान किया गया?
(A) रक्षा, शिक्षा और कृषि
(B) नवीकरणीय ऊर्जा, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं और स्वास्थ्य सेवा
(C) व्यापार, पर्यटन और जल प्रबंधन
(D) अंतरिक्ष, रक्षा और क्षमता निर्माण