संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क (UN Sustainable Development Solutions Network) द्वारा ‘सतत विकास रिपोर्ट 2025’ (Sustainable Development Report) 24 जून, 2025 को जारी की गई।
यह इस रिपोर्ट का 10वाँ संस्करण है।
आकलन
इसका स्कोर 0 से 100 के पैमाने पर प्रगति को मापता है। यहाँ 100 यह दर्शाता है कि किसी देश ने सभी 17 लक्ष्य हासिल कर लिए हैं जबकि 0 का आशय है कि कोई प्रगति नहीं हुई है।
रिपोर्ट के लेखकों के अनुसार वैश्विक स्तर पर एसडीजी की प्रगति रुक गई है, उन्होंने वर्ष 2030 तक 17 लक्ष्यों में से केवल 17 प्रतिशत ही हासिल किए जाने का अनुमान व्यक्त किया है।
यूरोपीय देश, विशेषकर नॉर्डिक राष्ट्र, सतत विकास लक्ष्य सूचकांक में शीर्ष पर बने हुए हैं। इसमें शीर्ष 20 देशों में से 19 यूरोप में हैं।
जी-20 देशों में ब्राजील (25) सर्वोच्च स्थान पर है, जबकि ओईसीडी देशों में चिली (7) सबसे आगे है।
पूर्व और दक्षिण एशिया ने 2015 से एसडीजी प्रगति के मामले में अन्य सभी वैश्विक क्षेत्रों को पीछे छोड़ दिया है, जिसका मुख्य कारण तेज सामाजिक-आर्थिक विकास है।
पूर्व और दक्षिण एशिया के जिन देशों ने 2015 (अंकों में) के बाद से सबसे तेज प्रगति प्रदर्शित की है उनमें नेपाल (+11.1), कंबोडिया (+10), फिलीपींस (+8.6), बांग्लादेश (+8.3) और मंगोलिया (+7.7) शामिल हैं।
सूचकांक में शीर्षस्थ 10 राष्ट्र
रैंक
देश
स्कोर
रैंक
देश
स्कोर
1
फिनलैंड
87.02
6
आॅस्ट्रिया
83.01
2
स्वीडन
85.74
7
नॉर्वे
82.72
3
डेनमार्क
85.26
8
क्रोएशिया
82.39
4
जर्मनी
83.67
9
पोलैंड
82.08
5
फ्रांस
83.14
10
चेकिया
81.94
सूचकांक में भारत की स्थिति
वर्तमान (10वीं) सतत विकास रिपोर्ट (एसडीआर) में भारत 67 अंकों के साथ 99वें स्थान रहा है।
भारत ने पहली बार एसडीजी की सूची में शीर्ष 100 में स्थान हासिल किया है।
उल्लेखनीय है कि यह रिपोर्ट, स्पेन के सेविले में 30 जून-3 जुलाई, 2025 को होने वाले विकास के लिए वित्तपोषण पर चौथे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (एफएफडी4) से पहले प्रकाशित की गई है।