भारतीय सेना को अमेरिका से तीन अपाचे AH-64E हेलिकॉप्टरों की पहली खेप मिल गई।
सौदे के तहत 6 अपाचे गार्डियन हेलिकॉप्टर मिलने हैं, इनमें से तीन सेना को मिल चुके हैं। इन्हें रेत जैसे रंग से रंगा गया है, इससे रेगिस्तानी इलाकों में छिपने में मदद मिलती है।
अमेरिका से खरीदे गए इन अपाचे AH-64E v6 अटैक हेलीकॉप्टरों की पहली खेप को भारतीय सेना ने अपने एविएशन बेड़े में 22 जुलाई, 2025 को शामिल भी कर लिया।
भारतीय वायुसेना के पास 22 अपाचे हेलीकॉप्टर पहले से मौजूद हैं, जिनकी तैनाती लद्दाख और पश्चिमी सेक्टरों में की गई है।
अमेरिका ने 2020 में वायुसेना को 22 अपाचे हेलिकॉप्टर डिलीवर किए थे।
AH-64E की विशेषताएँ
ये हेलीकॉप्टर हवा से जमीन पर मार करने वाली हेलफायर मिसाइल, 70 मिमी हाइड्रा रॉकेट और हवा से हवा में मार करने वाली स्टिंगर मिसाइल जैसे हथियार ले जाने में सक्षम हैं।
इसमें 30 मिमी की चेन गन लगी है जिसमें 1200 राउंड गोला है।
अपाचे AH-64E v6 इस हेलीकॉप्टर का सबसे आधुनिक संस्करण है, जो मल्टी-डोमेन आॅपरेशंस (MDO) के लिए डिजाइन किया गया है।
यह हेलीकॉप्टर 360 डिग्री कवरेज फायर कंट्रोल रडार, नोज माउंटेड टारगेट एक्विजिशन और नाइट विजन सिस्टम जैसी सुविधाओं से लैस है।
यह नेटवर्क-सेंट्रिक, पूरी तरह इंटीग्रेटेड हथियार प्रणाली है जो अत्यधिक चुनौतीपूर्ण युद्धक्षेत्र में भी सफलता दिलाने के लिए मददगार साबित होगी।
यह हेलीकॉप्टर आॅन-बोर्ड और आॅफ-बोर्ड सेंसर, स्टैंड-आॅफ लॉन्ग रेंज वेपन्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से संयुक्त सैन्य अभियानों को सफल बनाने के लिए जरूरी क्षमताएं प्रदान करता है।
इसकी मारक क्षमता,गतिशीलता इसे अपने वर्ग का सबसे बेहतरीन अटैक हेलीकॉप्टर बनाती है।