भारत अब 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों का निर्माण स्वयं करेगा।
इसके लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ‘उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान’ (Advanced Medium Combat Aircraft-AMCA) कार्यक्रम नमूना मॉडल को 27 मई, 2025 को मंजूरी दे दी है।
इस कार्यक्रम को वैमानिकी विकास एजेंसी (Aeronautical Development Agency-ADA) उद्योगों की साझेदारी के साथ लागू करेगी।
इसमें निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को समान अवसर मिलेंगे।
‘एएमसीए’ के पहले प्रोटोटाइप की उड़ान वर्ष 2027 में सम्भव है तथा इसे सम्भवत: वर्ष 2030 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया जा सकेगा।
सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने अप्रैल, 2024 में 5वीं पीढ़ी के स्वदेशी फाइटर जेट के डिजाइन और विकास के लिए Rs 15 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी।
उल्लेखनीय है कि आॅपरेशन सिंदूर के बाद और चीन के साथ बढ़ते तनाव के बाद इस परियोजना की जरूरत बढ़ गई है, जो पहले से ही पाँचवीं पीढ़ी के प्लेटफॉर्म – जे-20 का संचालन कर रहा है।