राजस्थान के राज्य वृक्ष खेजड़ी की सांगरी को भौगोलिक संकेत (ज्योग्राफिकल इंडिकेशन-जीआई) टैग प्रदान किया गया है।
सांगरी राजस्थान का 17वाँ उत्पाद है, जिसे चेन्नई स्थित जियोग्राफिकल इंडिकेशन्स रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा जीआई टैग प्रदान किया गया है।
इससे पहले सोजत मेहंदी (16वाँ उत्पाद) को वर्ष 2021 में जीआई टैग मिला था।
‘सांगरी’ की पैदावार पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, बाड़मेर और जैसलमेर में ज्यादा होती है।
अब इसे जीआई टैग मिलने से इसके उत्पादों का निर्यात मूल्य वर्तमान ” 1500 से ” 3000 प्रति किलोग्राम मिलने की उम्मीद है।
विशेष
स्वामी केशवानंद राजस्थान एग्रीकल्चर विवि ने 17वें उत्पाद सांगरी को जीआई टैग दिलाने में महती भूमिका निभाई है।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख डॉ. सुजीत कुमार यादव के नेतृत्व में विश्वविद्यालय की टीम के प्रयासों की ओर किए गए प्रयासों से यह सफलता मिली। यादव ने इसके लिए लगभग 700 पेज का व्यापक दस्तावेज तैयार किया।