आपराधिक मामलों में गंभीर स्थिति के पीड़ितों के पुनर्वास के लिए जयपुर पुलिस और ‘राजस्थान व्यापार एवं उद्योग महासंघ’ (फोर्टी) के मध्य 8 जुलाई, 2025 को एमओयू हुआ है।
समझौता पत्र पर पुलिस की तरफ कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ और फोर्टी की तरफ अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने हस्ताक्षर किए हैं।
इस एमओयू के तहत ‘फोर्टी’ कमजोर परिस्थितियों में अपराध पीड़ितों के लिए सहयोगात्मक पुनर्वास सहायता करेगा।
इसमें शैक्षणिक सहायता (विशेषकर बच्चे, युवा या ड्रॉपआउट पीड़ितों के लिए), कौशल विकास एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण, आर्थिक सुरक्षा उपाय जैसे माइक्रो-ग्रांट, रोजगार संबंध या अन्य सहायता शामिल है।
इसका लाभ बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग नागरिक व बीमार ले सकेंगे।
जयपुर पुलिस की इस पहल को 50 उद्योगपतियों ने सहमति दे दी है।
प्रक्रिया : फोर्टी इस समझौते के आधार पर पुनर्वास के मामलों के लिए एक विंग स्थापित करेगी, जो कमिश्नर आॅफिस से आने वाले मामलों की जांच करने के बाद कमेटी के पदाधिकारियों के समक्ष प्रस्ताव रखेगी। इसके बाद कोई एक व्यवसायी उस परिवार की जिम्मेदारी लेगा।
विशेष : 1 जनवरी, 2011 को जयपुर शहर में पुलिस आयुक्तालय प्रणाली लागू होने के बाद से यहाँ एक पुलिस आयुक्त, दो अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एवं आठ पुलिस उपायुक्त भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।