Lok Chand Gupta
Published: Oct 6 | Updated: Oct 6

सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने 5 अक्टूबर, 2025 को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया। इसकी सहायक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के केंद्रीय कार्यशाला, कोरबा में भारत की पहली पूर्णतः महिलाओं द्वारा संचालित केंद्रीय भंडार इकाई (सेंट्रल स्टोर यूनिट) का उद्घाटन किया गया।

  • यह पहल भारत सरकार के स्पेशल कैंपेन 5.0 के तहत शुरू की गई है। इससे पहले, एसईसीएल ने बिलासपुर में कोल इंडिया की पहली पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित डिस्पेंसरी भी स्थापित की थी।

प्रमुख बिंदु

  • नेतृत्व: इस सेंट्रल स्टोर यूनिट का प्रबंधन वरिष्ठ प्रबंधक (ई एंड एम), सपना इक्का के नेतृत्व में आठ महिला अधिकारियों और कर्मचारियों की एक टीम द्वारा किया जाएगा।
  • प्रौद्योगिकी: यह सुविधा कुशल और पारदर्शी रिकॉर्ड प्रबंधन के लिए आधुनिक एसएपी-आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करेगी।
  • कार्य: यह इकाई मुख्य रूप से पुर्जों की आपूर्ति और इन्वेंट्री प्रबंधन का काम संभालेगी।

प्रभाव

  • महिला सशक्तिकरण: यह कदम कोर औद्योगिक क्षेत्रों में महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ावा देने और पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान कोयला क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
  • आत्मनिर्भरता: यह पहल समावेशी विकास के साथ-साथ ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना को भी दर्शाती है।
  • दृष्टि: इस तरह की पहल का उद्देश्य कोयला क्षेत्र में महिलाओं के लिए उन्नत भागीदारी और नेतृत्व के अवसर पैदा करना है।
    • यह पहल महिलाओं के लिए नए अवसर प्रदान करने और उनकी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है।