राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रसिद्ध कवि-गीतकार गुलजार और संस्कृत विद्वान जगद्गुरु रामभद्राचार्य को 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार
से 16 मई, 2025 को सम्मानित किया।
उपर्र्युक्त दोनों विद्वानों को यह सम्मान वर्ष 2023 के लिए प्रदान किए गए हैं।
रामभद्राचार्य और गुलजार के बारे में
संस्कृत विद्वान जगद्गुरु रामभद्राचार्य मध्य प्रदेश में तुलसी पीठ के संस्थापक है।
वह चार महाकाव्यों सहित 240 से अधिक पुस्तकों और ग्रंथों के लेखक हैं।
22 भाषाओं में पारंगत रामभद्राचार्य को वर्ष 2015 में पद्म विभूषण भी दिया जा चुका है।
गुलजार के नाम से मशहूर सम्पूर्ण सिंह कालरा को हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए जाना जाता है और उन्हें इस दौर के बेहतरीन उर्दू शायरों में से एक माना जाता है।