Rajkumar
Published: Sep 22 | Updated: Sep 23

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 21 सितम्बर, 2025 को जोधपुर के रामराज नगर चौखा स्थित श्री पारसमल बोहरा नेत्रहीन महाविद्यालय में लगभग 15 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नवीन महाविद्यालय भवन, बॉयज हॉस्टल और गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास किया।

  • इससे कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने नेत्रहीन विकास संस्थान की संस्थापक अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बोहरा की जीवनी मैं न थकी न हारी’ पुस्तक के ब्रेल लिपी संस्करण का विमोचन किया।
  • इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में भामाशाहों का सम्मान भी किया गया।

श्रीमती सुशीला बोहरा के बारे में

  • श्रीमती सुशीला बोहरा श्री पारसमल बोहरा नेत्रहीन महाविद्यालय का लम्बे समय से संचालन कर दिव्यांगों की सेवा कर रही हैं
  • श्रीमती सुशीला बोहरा ने 5 विद्यालय, 2 महाविद्यालय और नि:शुल्क शिक्षा, छात्रावास, भोजन और जरुरतमंदों को आॉडियो बुक्स, रिकॉर्ड लेक्चर्स, ब्रेल प्रिंटिंग प्रेस, स्क्रीन रीडर, कम्प्यूटर लैब तथा पुस्तकालय के माध्यम से सैकड़ों दृष्टिबाधित बच्चों के जीवन में ज्ञान और दृष्टि का प्रकाश प्रसारित किया है।

सम्बन्धित महत्वपूर्ण तथ्य

  • प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2015 में पहली बार पूरे देश में विकलांग शब्द की जगह दिव्यांग शब्द का प्रयोग करना प्रारम्भ किया।
  • विश्व में पैरालंपिक खेलों की शुरूआत वर्ष 1960 में हुई। तब से लेकर वर्ष 2012 तक इन खेलों में भारत को केवल 8 पदक मिले थे। पिछले तीन पैरालंपिक खेलों में भारत ने 52 पदक जीते हैं और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का काम किया है।

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