गुर्जरों के आराध्य भगवान देवनारायण के नाम से प्रदेश का पहला कॉरिडोर भीलवाड़ा में बनाया जाएगा।
इस कोरिडोर के लिए केंद्र सरकार ने प्रसाद योजना के तहत आसींद के मालासेरी डूंगरी सहित पांच तीर्थस्थलों के विकास के लिए Rs 48.73 करोड़ स्वीकृत किए हैं।
इसमें मालासेरी डूंगरी, साडूमाता की बावड़ी, सवाईभोज मंदिर, गढ़ गोठा व बरनागर का करीब 30 किलोमीटर क्षेत्र पर्यटन से जोड़कर आधुनिक सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी।
इस परियोजना में 23,900 वर्गमीटर का सभास्थल, 500 वर्गमीटर का सभा मंच, 5 प्रवेश द्वार, 12,000 वर्ग मीटर में पार्किंग, 5 हेक्टेयर भूनक्षेत्र विकास, सवामणी के लिए भोजनशाला, एक बहुउद्देशीय भवन जिसे कथा पांडाल, कॉन्फ्रेंस या मेडिटेशन के उपयोग में लिया जा सकेगा।
इसके अलावा 500 लोगों के बैठने के लिए दो मंजिला प्रतीक्षालय, ओपन एयर थिएटर सहित कई निर्माण कार्य किए जाएँगे।