Lok Chand Gupta
Published: Dec 22 | Updated: Dec 23

  • पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर की ओर से हवाला स्थित शिल्पग्राम में दस दिवसीय ‘शिल्पग्राम उत्सव 2025’ का आयोजन 21-30 दिसम्बर, 2025 को किया जा रहा है।
  • शुभारम्भ: इस उत्सव का विधिवत शुभारम्भ राजस्थान के राज्यपाल एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के अध्यक्ष हरिभाऊ किसनराव बागडे और पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया द्वारा 21 दिसम्बर, 2025 को नगाड़ा बजाकर किया गया।
  • समारोह में कोरियोग्राफिक प्रस्तुति में गोवा के देखनी व घोड़े मोदनी, मणिपुर के लैहारोबा, कश्मीर के राउफ, राजस्थान के लाल आंगी व चरी, कर्नाटक के पूजा कुनिता व ढालू कुनिता, महाराष्ट्र के सोंगी मुखौटा, पंजाब के लुड्डी, तथा गुजरात के तलवार रास व राठवा नृत्यों का महासंगम दर्शकों के दिलों को झंकृत किया।
  • पुरस्कार: समारोह में ‘डॉ. कोमल कोठारी स्मृति लाइफटाइम अचीवमेंट लोक कला पुरस्कार’ निम्न दो कलाकारों को प्रदान किया गया-
    • डॉ. निरंजन वल्लभभाई राज्यगुरु (राजकोट, गुजरात )
    • रामनाथ चौधरी (जयपुर, राजस्थान)
      • रामनाथ चौधरी अल्गोजा नाक से बजाने वाले दुनिया के अकेले कलाकार हैं।
      • डॉ. निरंजन वल्लभभाई राज्यगुरु ने लोक एवं भक्ति संगीत पर फील्ड वर्क कर 700 घंटे का ध्वनि मुद्रांकन किया है।
  • पुरस्कार राशि: प्रत्येक को एक रजत पट्टिका व Rs 2.51 लाख।

उत्सव में आयोजित प्रमुख कार्यक्रम:

  • हिवड़ा री हूक (22-29 दिसम्बर, 2025) : दर्शकों द्वारा प्रस्तुति व प्रश्नोत्तरी
  • शिविर : नेशनल पेंटिंग सिम्पोजियम शिविर
    • विजन भारत @ 2047
  • कार्यशालाएँ : बंबू, पेपरमेशी व कठपुतली
  • प्रदर्शित उत्पाद : आकर्षक स्टोन स्कल्पचर, हस्तशिल्प व हथकरघा उत्पाद, स्वादिष्ट व्यंजन व अन्य राज्यों के उत्पाद।
  • इस वर्ष उत्सव का मुख्य आकर्षण ‘भारत-2047’ की थीम पर आधारित पेंटिंग प्रदर्शनी और देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों द्वारा दी जा रही प्रस्तुतियां हैं।

मुख्य आकर्षण और गतिविधियाँ:

  • हस्तशिल्प : देश भर के शिल्पकार अपने हस्तशिल्प जैसे टेराकोटा, मिट्टी के बर्तन, कशीदाकारी वाले कपड़े, और लकड़ी का फर्नीचर प्रदर्शित कर रहे हैं।
  • सांस्कृतिक प्रदर्शन : शाम को विभिन्न राज्यों के लोक कलाकार नृत्य और संगीत की प्रस्तुतियाँ देते हैं।
  • भोजन : यहाँ पारंपरिक राजस्थानी और अन्य राज्यों के क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए हैं।

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