chronology2017
Published: Jun 10 | Updated: Jun 10

  • वैश्विक स्तर पर पहली बार, चीन ने गैर-बाइनरी एआई चिप्स का बड़े पैमाने पर उपयोग शुरू किया है।
  • यह तकनीकी क्रांति प्रोफेसर ली होंगगे की टीम द्वारा बीहांग विश्वविद्यालय, बीजिंग में विकसित की गई है।
  • इसका आधार एक नया कम्प्यूटिंग तरीका है जिसे हाइब्रिड स्टोकास्टिक नंबर (HSN) कम्प्यूटिंग कहा जाता है।
  • इस चिप का लक्ष्य न केवल अमेरिका के तकनीकी प्रतिबंधों से बचना है, बल्कि कंप्यूटिंग की वर्तमान सीमाओं को भी तोड़ना है।
  • नई चिप पारंपरिक बाइनरी लॉजिक को स्टोकेस्टिक या प्रोबेबिलिस्टिक लॉजिक (stochastic, or probabilistic, logic) के साथ मिलाकर डेटा प्रोसेसिंग के लिए एक वैकल्पिक तरीका पेश करती है।
  • उल्लेखनीय है कि परंपरागत बाइनरी चिप्स दो प्रमुख सीमाओं- पावर वॉल और आर्किटेक्चर वॉल से जूझ रहे हैं।